जवान एक आगामी हिंदी एक्शन थ्रिलर फिल्म है।
यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताती है जो व्यक्तिगत प्रतिशोध से प्रेरित होकर समाज में गलतियों को सुधारता है।
वह व्यक्ति, आज़ाद राठौड़ (शाहरुख खान), एक महिला जेल में एक जेल अधिकारी है। वह अपने सैनिक-पिता का नाम मिटाना चाहता है और अपनी माँ से एक निगरानीकर्ता बनने का वादा निभाना चाहता है।
आज़ाद ने छह कैदियों के साथ मुंबई मेट्रो का अपहरण कर लिया। वह एनएसजी अधिकारी नर्मदा राय से बातचीत करके कृषि मंत्री से यात्रियों की जान के बदले में ₹40,000 करोड़ भेजने के लिए कहते हैं।
आज़ाद एक नैतिक आतंकवादी भी है जो उच्च सुरक्षा वाली महिला जेल में जेलर के रूप में काम करता है। वह किसानों, कारखाने के श्रमिकों और सार्वजनिक अस्पतालों को देने के लिए क्रूर उद्योगपतियों और भ्रष्ट हथियार निर्माताओं से पैसा लूटता है।
जवान का निर्देशन एटली ने किया है और इसमें शाहरुख खान मुख्य भूमिका में हैं
आज हम इस आर्टिकल में जवान की स्टोरी आपके साथ हिंदी में शेयर कर रहे हैं. शाहरुख खान की यह मूवी जबरदस्त धमाल मचा रही है. इससे पहले सनी देओल अभिनेता गदर ने भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कलेक्शन किया था . चलो अब बात करते हैं जवान मूवी स्टोरी लाइन की
Jawan Story Line
इसी फिल्म में शाहरुख ने आजाद नाम के एक आदमी का किरदार निभाया है जो मुंबई की एक जेल का जेलर था. वहां से उसने महिला कैदियों के साथ एक-एक ग्रुप बना रखा है जिसमें अन्य कई कैदी लड़कियां भी शामिल है. एक दिन आजाद मुंबई की एक मेट्रो ट्रेन को हाईजैक कर लेता है. फिर वह एनएसजी के साथ नेगोशिएट करता है. नेगोशिएट में वह ₹40000 की मांग करता है

शाहरुख खान द्वारा हाईजैक की गई मेट्रो में एक बहुत बड़े आर्म्स डीलर की बेटी भी होती है जिससे वह भी आधे रुपए देने के लिए तैयार हो जाता है. उसकी बेटी का नाम आलिया है. आलिया आजाद से पूछती है कि वह इस तरह ट्रेन को किस लिए हाईजैक कर रहा है तो आजाद का बहुत ही सुंदर जवाब होता है कि वह इन पैसों से किसानों का कर्ज माफ करवा देगा. जब नेगोशिएट पूरी हो जाती है तो आजाद द्वारा जो हाईजैक में रुपए मिले थे उसे सभी किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दिए जाते हैं इस फिल्म में उसका असली नाम विक्रम राठौर है. यह सब करके वह वापस से अपनी पुरानी जगह महिला जेल में लौट जाता है
इसके बाद आजाद यानी कि विक्रम राठौर अपने दूसरे प्लान की ओर बढ़ते हैं. इसी बीच इसकी मुलाकात नर्मदा एक लड़की से होती है. बाद में वे दोनों शादी कर लेते हैं. आजाद अपनी गैंग के साथ हेल्थ मिनिस्टर को अगवा कर लेते हैं. इसके बदले में वह अस्पताल में बढ़िया इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग करते हैं ताकि हॉस्पिटल में किसी चीज की कमी से बच्चों की जान में जाए .उसकी इस बात पर अमल भी किया जाता है .अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर, बेड आदि की सुविधा हो जाती है. किसी तरह से आजाद और उनके गैंग इस मामले से बचकर निकल जाती है.
इन सबके बीच आजाद का प्लान बढ़िया चल रहा होता है लेकिन केली जो आर्म्स डीलर था वह आजाद को किडनैप कर लेता है और उसे टॉर्चर करता है. नर्मदा को भी जब उसकी सच्चाई का पता चलता है तो वह उसके ग्रुप की लड़कियों से पूछताछ करने लग जाती है. इसी बीच कहानी को थोड़ा पीछे मोड़ दिया जाता है और विक्रम राठौर की असलियत बताई जाती है कि वह एक भारतीय सेना में था और उसने किस तरह से सेवा में अपनी भागीदारी पेश की थी . केली आजाद के हमशक्ल है विक्रम और उसकी पत्नी ऐश्वर्या को टारगेट करते हैं और उन्हें किडनैप करके एक सुनसान स्थान पर ले आते हैं. बाद में गोली मारकर उन्हें नीचे फेंक दिया जाता है. इसका इल्जाम उसकी पत्नी ऐश्वर्या पर डाल दिया जाता है लेकिन वह प्रेग्नेंट है जेल में ही आजाद को जन्म देती है.