Lassa Fever: लासा बुखार चर्चा में क्यों है,कैसे फैलता है,लक्षण, प्रभाव, बचाव के बारे में जानें

Lassa Fever चर्चा में क्यों है?

पिछले सप्ताह यूनाइटेड किंगडम में Lassa Fever (लासा बुखार) से पीड़ित 3 व्यक्तियों में से एक की मृत्यु का मामला सामने आया है लासा फीवर के इस मामलों को पश्चिम अफ्रीकी देशों की यात्रा से जोड़ा जा रहा है.

Lassa Fever

Lassa Fever- लासा बुखार के बारे में:

  • यह एक वायरस है जिसकी खोज सर्वप्रथम 1969 में पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजीरिया के लासा नामक स्थान पर हुई थी
  • इसी स्थान के नाम पर इसे लासा फीवर नाम की संज्ञा दी गई थी
  • इस बीमारी का पता तब चला जब इससे 2 नर्सों की मौत हो गई, यह वायरस पश्चिमी अफ्रीकी देशों खासतौर से सिएरा लियोन लाइबेरिया गिन्नी और नाइजीरिया में पाया जाता है जहां यह एक महामारी के रूप में घोषित है लासा वायरस के संक्रमण से आने वाले बुखार को भी ल्हासा की ओर कहा जाता है

यह कैसे फैलता है?

  • यह बुखार चूहों से मनुष्य में फैलता है
  • किसी संक्रमित चूहे के मलिया मुद्दत से दूषित भोजन के खाने से इस बीमारी से संक्रमित हो सकते हैं
  • यदि कोई व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति के आंख नाक कान आदि के संपर्क में आता है तो वह भी संक्रमित हो जाता है
  • हालांकि संक्रमित मरीज को छूने गले लगाने हाथ मिलाने या पास बैठने से संक्रमण नहीं फैलता है
  • इसके अलावा जब तक किसी व्यक्ति में लक्षण प्रकट नहीं होता तब तक आमतौर पर इससे दूसरा व्यक्ति संक्रमित नहीं होता

Lassa Fever के लक्षण

  • इस वायरस के संक्रमण के 1 से 3 सप्ताह तक मरीज में कोई लक्षण नहीं दिखाई देता
  • हल्का बुखार थकान कमजोरी और सिरदर्द इसके लक्षणों में शामिल है
  • जबकि गंभीर परिस्थिति में मरीज को सांस लेने में परेशानी होने लगती है
  • साथ ही चेहरे पर सूजन के अलावा छाती पीट और पेट दर्द आदि जैसी समस्याएं भी होने लगती है
  • अधिक गंभीर स्थिति में रक्तस्राव या ब्लडिंग भी हो सकती है

Lassa Fever के प्रभाव

  • वायरस के लक्षण दिखने के 2 सप्ताह बाद से जटिलताएं बढ़ने पर मरने की आशंका बढ़ जाती है
  • इसमें मृत्यु दर आमतौर पर मल्टी ऑर्गन फैलियर के कारण होती है
  • हालांकि इस बीमारी से जुड़ी मृत्यु दर काफी कम लगभग 1% के बराबर है
  •  संवेदनशीलता के स्तर पर कुछ व्यक्तियों में इसके अधिक हो सकती है जैसे गर्भवती महिलाओं में
  • सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक इस बुखार से जुड़ा सबसे आम प्रभाव बहरापन है
  • संक्रमित लोगों में से लगभग एक तिहाई बहरेपन की विभिन्न समस्याओं की शिकायत करते हैं
  • कई मामलों में बहरापन स्थाई भी हो जाता है
  • गौरतलब है कि बुखार के हल्के और गंभीर दोनों रूपों में बहरापन हो सकता है
  • यूरोपीयन सेंटर फॉर डिजीज प्रीवेंशन एंड कंट्रोल के अनुसार लगभग 80% मामले जिनमें सिम्टम्स का पता नहीं चलता जिसके चलते इसका निदान नहीं हो पाता है

Lassa Fever के बचाव

  • चूहों के संपर्क तथा भोजन को उनके मल या मुद्रादि से संक्रमित होने से बचा कर रख सकते हैं
  • जहां यह रोग महामारी के रूप में व्याप्त है ऐसी जगहों से जितना संभव हो दूर रहकर बचा जा सकता है
  • स्वच्छता बनाए रखकर बच्चा जा सकता है

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