OBC आरक्षण मुद्दा क्या है- राजस्थान में फिलहाल 2018 के बाद में होने वाली भर्तियों में ओबीसी पुरुष वर्ग से युवाओं का चयन नहीं होने के कारण राजस्थान सरकार द्वारा लागू की गई आरक्षण की होरिजेंटल पद्धति को लेकर युवाओं में नाराजगी है ।
खुशखबरी ! ओबीसी विद्यार्थियों को खुशखबरी कि उनका ओबीसी आरक्षण मुद्दा वापस ले लिया गया है सरकार द्वारा ओबीसी भाई बहनों को सरकारी नौकरियों में खाली पदों पर निकली भर्तियों का भरपूर फायदा होगा सरकार द्वारा इसका सर्कुलर 24 नवंबर को जारी कर दिया गया है तो ओबीसी वर्ग से संबंधित एक्स सर्विसमैन ओं को होरिजेंटल आरक्षण category-wise ना देकर अपने संपूर्ण कोटे में सीमित कर दिया गया
OBC आरक्षण क्यों चर्चा में है– राजस्थान सरकार कार्मिक विभाग द्वारा वर्ष 2017 में आरक्षण की पुरानी पद्धति को हटाकर होरिजेंटल पद्धति के लिए एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसके बाद होने वाली भर्तियां मैं ओबीसी पुरुष अभ्यर्थियों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है इतना ही नहीं बहुत सी भर्तियों में राजस्थान के ओबीसी वर्ग से संबंधित बेरोजगार युवाओं का चयन होने से वंचित रह गए हैं जिसमें से काफी अभ्यर्थियों की मेहनत सराहनीय रही है.
होरिजेंटल आरक्षण है क्या?
फिलहाल राजस्थान सरकार द्वारा लागू की गई होरिजेंटल आरक्षण पद्धति में एक्स सर्विसमैन के आरक्षण से संबंधित पूरा मुद्दा है जिसमें ओबीसी वर्ग को मिलने वाले ही 21 प्रतिशत आरक्षण में निश्चित किए गए रिटायर्ड सर्विसमैन जो भारतीय सेना से संबंधित है चाहे वह थल सेना हो जल सेना हो या वायु सेना हो, को 12.5% आरक्षण दिया जा रहा था आरक्षण की सीमा की बाध्यता हटा दी गई है और संपूर्ण है भर्ती में निकलने वाले कुल पदों में से 12.5% रिटायर्ड सर्विसमैन ओं के पदों की संख्या निकालकर वह जिस भी केटेगरी से भर्ती में फॉर्म भरते हैं उसमें से सर्विसमैन ओं का चयन किया जाने लगा है और सर्कुलर में मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह भी विदित किया गया है कि यदि किसी भी कैटेगरी में सर्विसमैन ओं की पूर्ति होती है तो की जा सकेगी ।

मान लीजिए किसी भर्ती में कुल 100 पदों पर विज्ञप्ति जारी की गई है जिसमें से12.5 प्रतिशत एक्स सर्विसमैन ओं का चयन किया जाना है तो कुल 13 पदों पर एक्स सर्विसमैन की भर्ती की जाएगी अब यह 13 सर्विस मैन जिस category से बिलॉन्ग करते हैं उसमें इन पदों को रखा जाएगा, मान लीजिए इसमें से 10 एक्स सर्विसमैन ओबीसी कैटेगरी से बिलॉन्ग करते हैं तो राज्य सरकार द्वारा ओबीसी को दिया जाने वाला आरक्षण जिसकी संख्या 21% है तो कुल पद ओबीसी वर्ग के लिए 100 में से 21 होंगे अब इन 21 पदों में 10 एक्स सर्विसमैन के पद तो होरिजेंटल आरक्षण से भरे जाने लगे है
2018 से पहले क्या स्थिति थी
पहले एक्स सर्विसमैन ओं को जिस भी केटेगरी से बिलॉन्ग करते थे उस केटेगरी में12.5% आरक्षण दिया जाता था तो ऊपर बताए अनुसार 100 में से 21 पद ओबीसी के लिए निर्धारित थे उनमें से 12.5% यानी कुल्ल 2.65 या 3 पद पर ही एक्स सर्विसमैन का चयन किया जाता था तो इस प्रकार कुल मिलाकर इस प्रक्रिया में मान लीजिए 7 पदों का ओबीसी पुरुष अभ्यर्थियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है
2018 का मुद्दा अभी क्यों चर्चा में आया है?
2018 में चुनावी सरकार का प्रारंभिक वर्ष होने के कारण भर्तियों की प्रक्रिया शुरू होने से पहले कोरोना का प्रकोप छा गया था जिसका आतंक लगभग 2 साल तक रहा है जैसे ही कोरोना से निजात मिलते ही भर्तियों की प्रक्रिया शुरू हुई तो विद्यार्थियों का चयन नहीं होने के कारण होरिजेंटल आरक्षण की प्रक्रिया से होने वाला नुकसान समझ में आया है
होरिजेंटल आरक्षण से ओबीसी वर्ग के पुरुषों को ही नुकसान क्यों होता है?
भारतीय सेनाओं में लगभग सर्विस करने वाले पुरुष अभ्यर्थी ओबीसी वर्ग से संबंधित होते हैं एक अनुमान के अनुसार यदि किसी सेना में 100 जवान है तो उसमें लगभग 60 से 70% जवान ओबीसी वर्ग से संबंधित मिलते हैं इसलिए इस आरक्षण से फिलहाल ओबीसी वर्ग के पुरुष अभ्यर्थियों को भी ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है क्योंकि सेना में अभी तक महिलाओं की संख्या न के बराबर है इसलिए महिला अभ्यर्थी इस आरक्षण से कम प्रभावित है हालांकि आने वाले समय में यदि यही रहा तो निश्चित रूप से महिला अभ्यर्थियों एवं अन्य कैटेगरी को भी इस आरक्षण से जो विद्यार्थी नए तैयारी करते हैं उनको बेरोजगारी का सामना करना पड़ सकता है
सामान्य ओबीसी पुरुष अभ्यर्थियों द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार 2018 के बाद में हुई भर्तियों में ओबीसी वर्ग से संबंधित विद्यार्थियों को हुए नुकसान को निम्नलिखित टेबल के माध्यम से देखा जा सकता है
भर्ती | OBC पुरुषों की विज्ञप्ति में संख्या | अंतिम रूप से चयनित OBC पुरुष |
---|---|---|
राजस्थान पुलिस भर्ती 2019 | 554 | 00 |
राजस्थान पुलिस SI भर्ती 2016 | 87 | 43 |
वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2018 | 630 | 75 |
पटवार भर्ती 2021 | 603 | 105 |
उद्योग प्रसार अधिकारी भर्ती 2018 | 09 | 01 |
कृषि पर्यवेक्षक भर्ती 2018 | 231 | 49 |
कृषि पर्यवेक्षक भर्ती 2021 | 309 | 128 |
लंबित भर्तियां जिनका परिणाम आना बाकी है उसमें क्या स्थिति होने वाली है
भर्ती | OBC पुरुषों की विज्ञप्ति में संख्या | EX-Man के पद |
---|---|---|
वनरक्षक भर्ती 2021 | 122 | 603 |
राजस्थान पुलिस एसआई भर्ती 2021 | 129 | 93 |
राजस्थान पुलिस भर्ती 2021 | 326 | 535 |
ग्राम विकास अधिकारी भर्ती 2021 | 667 | 565 |
रीट लेवल सेकंड 2020 | 4200 | – |
स्कूल व्याख्याता 2022 | 884 | 352 |
वरिष्ठ अध्यापक 2022 | 1224 | 1376 |
RAS 2021 | 72 | 52 |
वनपाल 2021 | 00 | 10 |
पुष्कल ग्रेड थर्ड 2022 | 57 | 57 |
उपाय क्या हो सकता है?
सरकार द्वारा जारी किए गए सर्कुलर को वापिस लिया जा सकता है एवं पीछे की गई भर्तियों के छाया पद सृजित करके विद्यार्थियों की मेहनत को सफल बनाया जा सकता है यदि सरकार चाहे तो लेकिन बेरोजगार अभ्यर्थियों के मुताबिक अभी तक सरकार इस आरक्षण से होने वाले अभ्यर्थियों के साथ अन्याय से वाकिफ नहीं हुई है तो बेरोजगार अभ्यर्थियों को कानूनी तौर पर सरकार से अनुरोध करके अवगत कराया जा सकता है
विज्ञप्ति निकालते समय रोस्टर पद्धति क्या होती है
विज्ञप्ति निकालते समय रोस्टर पद्धति में मान लीजिए ओबीसी केटेगरी से संबंधित कुल 100 रिक्तियां निकाली गई है और 200 फॉर्म ओबीसी केटेगरी से सबमिट किए गए और मान लीजिए उनमें से 20 विद्यार्थी जनरल केटेगरी से सेलेक्ट हुए हैं और 100 विद्यार्थी ओबीसी केटेगरी से सेलेक्ट हुए हैं तो जो 20 विद्यार्थी जनरल केटेगरी से सेलेक्ट हुए हैं उनके पदों की पूर्ति आगामी दिनों में होने वाली भर्ती में ओबीसी केटेगरी से सेलेक्ट हुए विद्यार्थियों की संख्या 120 मान ली जाती है और आने वाली भर्ती में पदों की संख्या निश्चित से कम हो जाती है तो यह प्रणाली भी कुल मिलाकर बेरोजगारों के साथ कुछ गलत तरीके से पेश की जाती है
राजस्थान में आरक्षण की स्थिति
केटेगरी | आरक्षण प्रतिशत |
---|---|
SC | 16% |
ST | 12% |
OBC | 21% |